
किच्छा। श्री सिद्धेश्वर मंदिर सभागार में आयोजित एकल अभियान के अंचल खटीमा के दस दिवसीय नवीन आचार्य वार्षिक अभ्यास वर्ग का भव्य शुभारंभ मां भारती के चरणों में अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमान धर्मराज जायसवाल जी (संरक्षक, किच्छा) ने की।उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता सह विभाग प्रचारक नैनीताल नरेंद्र जी ने कहा कि एकल अभियान समाज के अंतिम व्यक्ति तक शिक्षा, संस्कार और स्वावलंबन पहुंचाने का सशक्त माध्यम है। उन्होंने संघ के शताब्दी वर्ष के करणीय कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण में शिक्षा और संस्कार की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिसे एकल अभियान निरंतर प्रभावी ढंग से निभा रहा है मुख्य अतिथि पूर्व विधायक, किच्छा राजेश शुक्ला ने अपने संबोधन में एकल अभियान के संगठनात्मक कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि ग्रामीण और वंचित क्षेत्रों में बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कार देने का कार्य प्रशंसनीय है। उन्होंने एकल विद्यालयों के विस्तार और सुदृढ़ीकरण हेतु एक लाख रुपये की सहयोग राशि देने की घोषणा की और संगठन के कार्यकर्ताओं एवं आचार्यों के समर्पण की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
कार्यक्रम में एकल अभियान के प्रदेश संयोजक अरविंद कनौजिया जी ने एकल अभियान की पंचमुखी शिखा की विस्तृत जानकारी देते हुए आचार्यों द्वारा गांव-गांव में बच्चों को शिक्षा एवं संस्कार देने की कार्यप्रणाली पर प्रकाश डाला।
उद्घाटन सत्र में कैलाश भट्ट प्रधानाचार्य, विद्या मंदिर, अंजू जायसवाल पूर्व चेयरमेन, शुभम, कमलेंद्र सेमवाल, भगत जी (सह जिला बौद्धिक प्रमुख), दिनेश भाटिया, भाग कुमाऊं कार्यालय प्रमुख पिंकी, अंचल अभियान प्रमुख निशा भंडारी जी, अंचल प्रशिक्षण प्रमुख रेनू जी, अंचल व्यास सीमा जी, अंचल गतिविधि प्रमुख सरोजिनी जी सहित संच प्रशिक्षक एवं आचार्य बहनें उपस्थित रहीं।
उद्घाटन सत्र का समापन संगठन के उद्देश्यों के अनुरूप समर्पण भाव से कार्य करने के संकल्प के साथ हुआ।











