
रुद्रपुर रामनगर के पुछड़ी में गरीबों के घरों पर बुलडोजर चलाने के विरोध में श्रमिक संयुक्त मोर्चा के बैनर तले आज विभिन्न मजदूर संगठनों ने भाजपा सरकार का पुतला परशुराम चौक, ट्रांजिट कैम्प में फूंका।


इस दौरान हुई संक्षिप्त सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकार प्रदेश में पूंजीपतियों और विकास कार्यों के लिए दशकों से काबिज गरीब जनता की जमीनें छीनने का काम कर रही है। पूंजीपतियों के लिए जमीनें छीनने और उनके आशियानों पर बुलडोजर चलाने की नीति ही भाजपा सरकार की मुख्य नीति है। इसलिए प्रदेश के मुख्यमंत्री धामी और तमाम प्रशासन के आला अधिकारी जमीनें छीनने के लिए डेमोग्राफी में बदलाव की रट लगाए हुए हैं। सरकारों का काम जनता को रोजी, रोटी, रोजगार, घर देने का होता है। लेकिन भाजपा सरकार यह सब छीनने में लगी हुई है। गरीब लोग जैसे–तैसे मुश्किल व विपरीत परिस्थितियों में अपना खून –पसीना बेचकर कुछ रुपए जुटाकर अपना घर बनाते है। लेकिन ये सरकार बस्तियां की बस्तियां उजाड़ दे रही है। न्यायालयों के तमाम निर्देशों के बावजूद बिना पुनर्वास व वैकल्पिक व्यवस्था किए बिना गरीबों के घरों पर बुलडोजर चला देना ना सिर्फ अपनी वैधानिक जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ना है बल्कि मानवता के खिलाफ भी है।
वक्ताओं ने कहा कि पुछड़ी में गरीबों के मालिकाना हक और उनकी न्याय की लड़ाई लड़ने वाले एक दर्जन से अधिक नागरिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करना शासन–प्रशासन के अमानवीय चेहरे को दर्शाता है।
प्रदर्शन के माध्यम से संगठनों ने मांग की कि गरीबों के घरों पर बुलडोजर चलाने की कार्यवाही को तुरंत रोका जाए और उनके आशियानों को वैधता प्रदान करने के लिए पूरे प्रदेश में रह रहे लोगों को उनकी काबिज जमीन पर मालिकाना हक दिया जाए, साथ ही जिन परिवारों को उजाड़ा है उनके पुनर्वास व मुआवजे की व्यवस्था की जाए।
इस दौरान सीएसटीयू के कॉमरेड मुकुल, क्रालोस के शिवदेव सिंह, भाकपा(माले) के ललित मटियाली ने संबोधित किया। इसके अलावा सी एस टी यू के धीरज जोशी, ऐक्टू की अनिता अन्ना, हरेंद्र सिंह, विजय शर्मा, भूपति रंजन मलिक, ज्ञानचंद, CIE श्रमिक संगठन से डूंगर सिंह, एडविक मजदूर संगठन से राजू सिंह, ऑटो लाइन मजदूर संगठन से जीवन लाल, इंकलाबी मजदूर केंद्र से राजेश आदि शामिल थे।








