
सितारगंज आज तीसरे दिन भी प्रहलाद पलसिया में ग्रामीणों का धरना जारी रहा आज धरना स्थल पर बंगाली समिति के सदस्य भी अपना समर्थन देने के लिए पहुंचे धरना स्थल पर आज सभा आयोजित की गई जिस सभा में वक्ताओं ने एक स्वर से यह निर्णय लिया कि किसी भी स्थिति में बंगाली समुदाय के घरों को उजाड़ने नहीं देंगे शोषण के खिलाफ आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। वक्ताओं ने आरोप लगाया कि एक्वा पार्क बनाने के लिए 2022 में जो रिपोर्ट तत्कालीन उप जिलाधिकारी द्वारा अधिकारियों को दी गई वह रिपोर्ट मौके पर पहुंचकर नहीं बनाई गई थी क्योंकि उस रिपोर्ट में यहां के निवासियों के बने हुए घर उसमें लगे हुए बिजली के मीटर यहां पर सरकारी लगे हुए जल स्रोत यहां के निवासियों की फसलों का कोई भी विवरण का उल्लेख नहीं किया गया था वह रिपोर्ट पूर्ण रूप से गलत व निराधार थी। वक्ताओं ने कहा कि यहां पर निवास कर रहे किसानों को पुनर्वास करने की कोई व्यवस्था सरकार ने नहीं बनाई जबकि कल ही माननीय उच्चतम न्यायालय ने बनभूलपुरा हल्द्वानी से संबंधित अपने एक अंतरिम आदेश में कहा कि बिना पुनर्वास के किसी भी परिवार का विस्थापन किया जाना या उजाड़ना विधि विरुद्ध है। क्योंकि चाहे वह किसी भी तरीके से निवास कर रहा है वह भी एक इंसान है यहां की सरकार को उच्चतम न्यायालय के इस आदेश से सबक लेने की आवश्यकता है। आज धरना स्थल पर कांग्रेस प्रदेश सचिव नव तेजपाल सिंह, पूर्व पालिका अध्यक्ष हरीश दुबे, एडवोकेट प्रियजीत राय, उत्तम आचार्य, भवतोष आचार्य पूर्व राज्य मंत्री बलवंत बोरा, बसंती राय, वंदना मंडल, लतिका विश्वास, अंजलि सरकार, संध्या राय, दिव्या राय, जयंती मंडल, प्रियंका मंडल, आदि सैकड़ो की संख्या में लोग उपस्थित रहे।











