
खबर पड़ताल
गदरपुर । अंग्रेजी शासन काल में लाहौर से अटक तक रेलगाड़ी के माध्यम से ले जाए जा रहे सैकड़ो भूखे देश भक्तों को हसन अब्दाल वर्तमान पाकिस्तान में पहुंचने पर जबरन रेलगाड़ी रोककर लंगर प्रसाद भोजन खिलाए जाने पर रेल हादसे में शहीद हुए कर्म सिंह एवं प्रताप सिंह की याद में कार्यक्रम का आयोजन किया गया । ग्राम केलाखेड़ा में आयोजित किए गए कार्यक्रम में एसजीपीसी के उत्तराखंड, काशीपुर प्रचारक भाई हरजिंदर सिंह ने बताया कि रेलगाड़ी में भूखे प्यासे देशभक्तों को अटक ले जाए जाने की सूचना पर सिख संगत ने रेलवे स्टेशन मास्टर को रेल रोककर भूखे देशभक्तों को भोजन करवाने का निवेदन किया परंतु स्टेशन मास्टर ने उच्चाधिकारियों का निर्देश बताते हुए रेल रोकने से इनकार कर दिया, वहीं सिख संगत ने लंगर तैयार करके रेलवे स्टेशन के आसपास रेल पटरी पर लेट कर ट्रेन रोककर भूखे देश भक्तों को लंगर खिलाए जाने की अरदास कर दी । रेलगाड़ी आने पर रेल पटरी पर बैठे गुरुद्वारा श्री पंजा साहब के दो मुख्य सेवादार कर्म सिंह और प्रताप सिंह ट्रेन के इंजन में लिपटकर घायल ,बाद में शहीद हो गए । ट्रेन एक झटके से रुक गई जो कि एक कुदरत का करिश्मा था,भूखे देशभक्तों को लंगर प्रसाद बांटकर रवानगी दी गई । इस मौके पर रागी भाई कुलदीप सिंह,भाई करनैल सिंह, सिख मिशनरी कॉलेज लुधियाना के गदरपुर इकाई के इंचार्ज देवेंद्र सिंघ, सुरेंद्र सिंह, परमजीत सिंह,नरेश सिंह, हरजीत सिंह, अमृतपाल सिंह, बलबीर सिंह,गुरबक्शीश सिंह, महेंद्र कालरा,अनिल अरोड़ा , हरभजन सिंह, अरूड़ सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।











