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बाजपुर। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बाजपुर में राजनीति विज्ञान विभागीय परिषद एवं विधिक जागरूकता प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में प्राचार्य की अध्यक्षता में महाविद्यालय सभागार में मानवाधिकार दिवस की पूर्व संध्या पर मानवाधिकार जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न कक्षाओं के अनेक विद्यार्थियों एवं प्राध्यापक कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। इसमें राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ0 बृजेश कुमार जोशी ने लास्की के कथन ’वास्तव में अधिकार सामाजिक जीवन की वह स्थिति है जिसके बिना कोई भी व्यक्ति अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर सकता’ का उल्लेख करते हुए कहा कि हम सभी को मानवाधिकारों के महत्व को समझने की आवश्यकता है। एक राष्ट्र का नागरिक होने के नाते यह प्राथमिक महत्व है कि हमें उन अधिकारों की समझ हो जिनके हम हकदार हैं। यह हमें अधिकारों का प्रयोग करने और किसी भी शोषण के खिलाफ लड़ने में मदद करेगा। समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ0 अनिल सैनी ने कहा कि संविधान द्वारा भारतीय नागरिकों को मौलिक अधिकार प्रदान किए गए हैं। जीवन के अधिकार जैसे कुछ अधिकारों को मानवाधिकारों की वैश्विक स्वीकृति प्राप्त है और कानूनी सीमाओं के अन्तर्गत किसी भी देश में इसका उपयोग किया जा सकता है। वाणिज्य विभागाध्यक्ष एवं एन0सी0सी0 प्रभारी लेफ्टिनेन्ट डॉ0 मनप्रीत सिंह ने अधिकार एवं कर्तव्यों को एक सिक्के के दो पहलू बताया और कहा कि अधिकारों की मांग के साथ-साथ कर्तव्यों का निर्वहन भी आवश्यक है। कार्यक्रम में डॉ0 प्रदीप दुर्गापाल, डॉ0 योगेश पाण्डे, डॉ0 खेमकरण, डॉ0 कैलाश सहित छात्र-छात्राओं में बी0ए0 प्रथम सेमेस्टर से दीपक, मनदीप कौर, अरूण चन्द्रा, सुखजीत सिंह, एवं एम0ए0 तृतीय सेमेस्टर से सोनिका और हरीश सिंह ने भी मानवाधिकार विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के अन्त में छात्र/छात्राओं को मानवाधिकारों से सम्बन्धित डॉक्यूमेन्ट्री फिल्म भी दिखाई गई। इस अवसर पर श्री दिनेश कुमार, श्री अजय फर्त्याल और श्री विकास कुमार उपस्थित थे।

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