गदरपुर । शुद्ध गुरबाणी पाठ, वाणी के अर्थ और भावार्थ समझकर करने से गुरु के उपदेशों की अच्छी तरह समझ आती है यदि हम व्याकरण के नियमों के अनुसार गुरबाणी पाठ एवं अध्ययन करते हैं तो सफलतापूर्वक गुरु उपदेशों का ज्ञान हमको हो जाता है।यह विचार व्यक्त करते हुए गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा मालवीय नगर दिल्ली के हेड ग्रंथी,कथा वाचक भाई मनिंदर पाल सिंह ने प्रकट किये। गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा किला खेड़ा में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में भाई मनिंदर सिंह ने गुरबाणी के प्रमाण देकर शुद्ध पाठ और अर्थ समझकर करने की अपील की । इस दौरान गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के भाई नरेश सिंह,भाई कुलदीप सिंह एवं हरजीत सिंह द्वारा भाई मनिंदर पाल सिंह,
गुरचरण सिंह एवं हरविंदर सिंह को सिरोपा भेंट कर सम्मानित किया गया । संगत द्वारा भाई मनिंदरपाल सिंह का शुद्ध गुरबाणी गायन की जानकारी देने के लिए धन्यवाद किया और जयकारा बुलाकर उनका जोरदार स्वागत किया । इस मौके पर एसजीपीसी के उत्तराखंड काशीपुर प्रचारक भाई हरजिंदर सिंह ने कहा कि यदि हम गुरु की खुशियां प्राप्त करना चाहते हैं तो गुरबाणी का पाठ समझ कर अर्थ विचार कर करें तो अधिक आनंद आता है सिख मिशनरी कॉलेज लुधियाना की गदरपुर इकाई के संयोजक देवेंद्र सिंघ द्वारा संगत को सिख धर्म के सिद्धांतों, इतिहास एवं गुरबाणी की जानकारी हेतु 2 वर्षीय पत्राचार कोर्स करने के लिए अवगत कराते हुए सभी को पंजाबी एवं हिंदी में उपलब्ध कोर्स करने की अपील की,जिससे सिख धर्म सिद्धांतों गुरबाणी का हमको ज्ञान हो सके । इस दौरान दूर दराज से पहुंची संगत एवं स्कूली बच्चे मौजूद रहे ।








