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सितारगंज शिक्षा अध्यक्ष जैसी मूलभूत सुविधा जो कि अब महंगाई की मार झेल रही है जिसको लेकर पूरे देश में हंगामा मचा हुआ है तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जगह-जगह शिक्षा के बजरी कारण को लेकर पोस्ट की जारी है तो तमाम तरीके से शिक्षा के बजरी कारण का विरोध भी देखने को मिल रहा है अब का अभिभावकों का सॉफ्टवेयर कहना है कि इतनी महंगाई में शिक्षण संस्थाओं द्वारा अनैतिक रूप से शिक्षा के मूल्य में वृद्धि करने से उनका जीवन अष्ट व्यक्त हो गया है।अब सितारगंज में भी सुलभ शिक्षा अभियान संगठन के बैनर तले दर्जनों अभिभावको नें निजी विद्यालयों की मनमानी के विरोध में नारेबाजी करते हुए तहसील परिसर स्थित एसडीएम ऑफिस पहुंच कर मुख्यमंत्री को संबोधित एक लिखित ज्ञापन उप अधिकारी को सौपा, दिए गए ज्ञापन में अभिभावकों का कहना है कि एक अप्रैल से नए शैक्षिक सत्र प्रारंभ हो गया है साथ ही निजी विद्यालयों की मनमानी भी प्रारंभ हो गई है, जहां सरकार द्वारा आदेशित किया गया है कि सभी विद्यालय एन.सी.ई,आर.टी का पाठ्यक्रम लागू करेंगे तथा कोई भी विद्यालय अभिभावकों पर यह दबाव नहीं बनाएगा की वह विद्यालय से या किसी चिन्हित दुकान से कापी किताबें स्टेशनरी व अन्य शैक्षिक सामग्री खरीदे उसके बावजूद निजी विद्यालय मनमानी तरीके से स्कूल की फीस बढ़ा दी है, और पाठ्यक्रम में परिवर्तन कर एनसीईआरटी के स्थान पर निजी प्रकाशन की पुस्तक लागू कर दी गईं है या तो विद्यालय से ही पुस्तक या शैक्षिक सामग्री दे रहे हैं या फिर निजी दुकानों से लेने के लिए अभिभावकों पर दबाव बना रहे हैं। जिस कारण बहुत से अभिभावक कर्ज में डूब गए हैं अभिभावकों ने कहा अगर स्कूलों की मनमानी बंद नहीं की गई तो इसके विरुद्ध बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

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