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विधायक शिव अरोरा के हस्तक्षेप के बाद रोडवेज के पीछे चल रही अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही रुकी, एसडीएम के निर्देश पर तहसीलदार के नेतृत्व मे बनी कमेटी अब रोडवेज परिसर की होंगी नपत

रुद्रपुर। विगत दिनों रुद्रपुर रोडवेज की दीवार से सटे विश्वकर्मा मार्किट जो विगत 45 वर्षो से इन खोका दुकानों के माध्यम से अपनी गुजर बसर कर आजीविका चला रहे थे,जिनको कुछ दिनों पहले अतिक्रमण की जद मे आने का नोटिस थमा कर हटाये जाने की बात सामने आयी,वही विश्वकर्मा मार्किट के लोगो द्वारा यह विषय विधायक शिव अरोरा का अवगत करवाया गया। हालांकि यह विषय विधायक शिव अरोरा को 2020 के समय से संज्ञान मे है ज़ब वह भाजपा के जिला अध्यक्ष होते थे उस समय भी विश्वकर्मा मार्किट को हटाये जाने की बात प्रशासन द्वारा की गई थी, ज़ब रोडवेज परिसर का निर्माण कार्य आरम्भ हुआ था लेकिन उस समय भी विधायक शिव अरोरा ने मौजूदा जिला अधिकारी से वार्ता कर अवगत करवाया था कि रोडवेज परिसर के निर्माण मे यह विश्वकर्मा मार्किट के होने से कोई बाधा नहीं है ओर निर्माण रोडवेज के दोनों गेट से आवागमन होता रहा है ऐसे मे यह विश्वकर्मा मार्किट पर उस समय बुलडोजर चलने से रुक गया था,

तो वही अब एक बार फिर ज़ब अतिक्रमण हटाने का नोटिस विश्वकर्मा मार्किट को मिला तो आज विधायक शिव अरोरा के नेतृत्व मे विश्वकर्मा मार्किट के व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल उपर जिला अधिकारी (एडीएम ) अशोक जोशी से मिलकर एक ज्ञापन सौपा, जिसमे विधायक अरोरा ने बहुत स्पष्ट कहा की विश्वकर्मा मार्किट के व्यापारी विगत 45 वर्षो से दुकानों के माध्यम से अपनी आजीविका चलाकर गुजर बसर कर रहे है वही ऐसे मे इनको अतिक्रमण की जद मे हटाना न्यायसंगत नहीं होगा, यदि बहुत जरूरी या तकनिकी समस्या आती भी है तो विश्वकर्मा मार्किट को हटाने से पूर्व इनके पुनःर्वास की व्यवस्था करनी चाहिए, चूकि इससे पहले भी रोडवेज के सामने लोहिया मार्किट समोसा मार्किट जो अतिक्रमण की जद मे आने पर हटाये गये थे उनके भी पुनर्वास की व्यवस्था प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा नगर निगम के सामने उत्तराखंड के सबसे सुंदर वेंडिग जॉन मे की गई है जो बनकर बिल्कुल तैयार है जहाँ जल्द ही सभी हटाये गये व्यापरियो को दुकाने देने की योजना नगर निगम द्वारा न्यूनतम दरो पर की जा रही है। ऐसे मे विश्वकर्मा मार्किट को यदि हटाया जाना इतना जरूरी है तो उसको लेकर पहले पुनर्वास की योजना बनाई जाये जिससे वह व्यापारी अपनी आजीविका चला सके। जिसपर उपर जिला अधिकारी ने मामले को संज्ञान लेते हुऐ पुनर्वास के विषय को जिला अधिकारी के समक्ष रखेंगे।

वही विधायक शिव अरोरा रोडवेज के पीछे अतिक्रमण हटाने की चल रही कार्यवाही के स्थल पर भी पहुँचे, जहाँ लोगो का रोडवेज कर्मचारियों के प्रति भारी आक्रोश देखने को मिला लोगो का कहना था कि रोडवेज कि जितनी जमीन थी उसके बाहर आ के भी रोडवेज परिसर के बाहर भी लोगो के मकान पर बुलडोजर चला दिये गये, ऐसे मे विधायक अरोरा ने मोके पर रोडवेज के अधिकारियो को मौके पर बुलाया ओर बहुत सख़्ती से निर्देश दिये कि रोडवेज परिसर के बाहर अगर कोई भी मकान जो रोडवेज कि उस 4.25 एकड़ भूमि की जद मे नहीं आता तो यह मान ले उसकी भरपाई रोडवेज परिसर करेगा ओर उसका जवाब रोडवेज कर्मचारियों को देना होगा। विधायक ने कहा माननीय न्यायलय ने 4.25 एकड़ जो भूमि रोडवेज के नाम है उसमे ही निर्माण कार्य होना है
वही विधायक शिव अरोरा ने मौके पर चल रही अतिक्रमण की कार्यवाही को रुकवाया ओर जेसीबी को बेरंग लोटा दिया वही विधायक ने एसडीएम मनीष बिष्ट से दूरभाष पर वार्ता कर रोडवेज परिसर की नपत हेतु कमेटी गठित करने को कहा जिसपर एसडीएम मनीष बिष्ट ने विधायक की बात पर सहमति व्यक्त करते हुऐ तहसीलदार के नेतृत्व मे कमेटी गठित करने के निर्देश दिये वही कमेटी की रिपोर्ट जबतक नहीं दी जाती तबतक कोई भी अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही नहीं की जायेगी।विधायक अरोरा की सख्ती के बाद से प्रशासन हरत मे आया ओर पीला पंजा चलाने की कार्यवाही रोकी गई।इस दौरान भाजपा नेता अमित नारंग, सुशील सुरेश छाबड़ा, नन्दलाल शर्मा,फुदेना साहनी, पार्षद विष्णु सिंह,नाजिम, सूरज पाल, देवेंद्र नेगी, वीरेंद्र तिवारी, मयंक कक्कड़ व अन्य लोग मौजूद रहे।

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