गदरपुर। श्री सनातन धर्म मंदिर बुध बाजार में बंसत पंचमी के 46 वें वार्षिकोत्सव के समापन पर मुरादाबाद से पधारे श्री स्वतन्त्र कुमार गुप्ता द्वारा सुन्दर काण्ड का पाठ किया गया। उसके बाद समापन हुआ। उल्लेखनीय हो,बसंत पंचमी सरस्वती पूजा के रूप में भी मनायी जाती है। बसंत पंचमी के दिन ही देवी सरस्वती का जन्म हुआ था इसलिये इस दिन को विद्या की देवी मां सरस्वती की जयंती के रूप में मनाया जाता है। इससे पूर्व महिला संकीर्तन मंडल द्वारा कीर्तन भी किया गया। समापन के उपरान्त मंदिर में विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया। जिसमें नगर व क्षेत्र के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इस मोके पर अध्यक्ष राजकुमार भुड्डी, हरिचन्द छाबड़ा,श्याम लाल सुखीजा,धर्मचन्द खेड़ा, ओमप्रकाश घीक,वेदराज बजाज,पंडित विजय शास्त्री, विनोद भुसरी,मनोज गुंबर,
लेखराज भुड्डी,लेखराज नागपाल,अजय खेड़ा,सोमनाथ छाबड़ा,कृष्ण लाल बत्रा,अशोक हुड़िया,संजीव झाम,विजय सुखीजा,जयकिशन भुड्डी,कृष्ण लाल सुधा,रमेश सुखीजा,
जगमोहन बजाज,सीतारामचौहान,पवन बजाज,भूषण भूषण,अभिषेक शर्मा,विनोद,मनोज यादव,गोपाल सिंह,अशोक पोपली,अभिषेक गुम्बर,सुक्खा ढींगरा,अशोक पोपली, ज्योति छाबड़ा,सुनीता बजाज,लीना झाम,पायल बजाज,बवीता शर्मा,भारती कालड़ा,सीमा सहित काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। वहीं मुख्य बाजार स्थित पुरातन श्री सनातन धर्म मंदिर में 47 वार्षिकोत्सव बंसत पंचमी का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया। नगर व क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों में भी बसंत पंचमी का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया।