श्रीनगर गढ़वाल। बेस चिकित्सालय में डायलिसिस करने में दून से प्रशिक्षित होकर आयी श्रीनगर मेडिकल कॉलेज की डायलिसिस यूनिट की टीम को दूसरे दिन तीन मरीजों की डायलिसिस की। शनिवार को बेस अस्पताल की डायलिसिस यूनिट में तीन मरीजों की सफल डायलिसिस करायी गई। डायलिसिस यूनिट अब पहले की भांति मरीजों को डायलिसिस की सुविधा दे रही है। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ.आशुतोष सयाना द्वारा मेडिकल कॉलेज के बेस चिकित्सालय में डायलिसिस की अच्छी शुरुआत होने पर डायलिसिस यूनिट की टीम को बधाई दी है। कहा कि नई टीम एवं बेहतर आपसी समन्वय के बाद आज मरीजों के हित में डायलिसिस की सुविधा दोबारा शुरु हो गई है। जो मरीज हित मे बहुत अच्छा कदम है। बता दें कि बेस चिकित्सालय में डायलिसिस यूनिट के चार माह से संचालन में टैक्नीकल सहित विभिन्न दिक्कतें आने के बाद डायलिसिस करने मे मरीजों में कुछ दिक्कतें आ रही थी। उक्त प्रकरण को लेकर प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत द्वारा शासन स्तर पर जांच कमेटी भी नियुक्त की गई थी। जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर प्राचार्य ने डायलिसिस यूनिट के लिए पुरानी टीम को बाहर करते हुए नई टीम बनाई थी। एमडी मेडिसिन डॉ.प्रद्युमन की अगुवाई में नई टीम गठित की गई। टीम को राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के विभागाध्यक्ष/इंचार्ज फिजिशियन की अगुवाई में पहले डायलिसिस की ट्रेनिंग दी गई। जिसके बाद शुक्रवार को डायलिसिस यूनिट का सफल संचालन शुरू किया गया। जिसके बाद पहले दिन दो मरीज तथा दूसरे दिन तीन मरीजों का डायलिसिस सफलता पूर्वक किया गया। जिसके बाद डायलिसिस यूनिट में नई एसओपी के तहत मरीजों की डायलिसिस होगी। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ.आशुतोष सयाना द्वारा भी लगातार डायलिसिस प्रकरण पर मॉनिटरिंग करने के साथ ही शासन स्तर से टीम गठित करने से लेकर अन्य कार्यो में विशेष सहयोग दिया। डॉ.सयाना के निर्देशो के बाद शासन स्तर की टीम,दून अस्पताल एवं श्रीनगर बेस चिकित्सालय की नई टीम को डायलिसिस करने में सफलता मिली। डायलिसिस में दून से आये नर्सिंग स्टॉफ मेघा,अनुराधा एवं डायलिसिस यूनिट के इंचार्ज मोहर सिंह,विजेन्द्र सिंह,जितेन्द्र,पूजा,धीरा,सरिता रहे। प्रदेश में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत के निर्देशों पर लगातार डायलिसिस शुरु कराने को लेकर सभी पहलुओं पर गहनता से कार्य किया गया। जिसका नतीजा यह रहा कि बेस अस्पताल में नई टीम गठन से लेकर शासन एवं दून अस्पताल की टीम के साथ डायलिसिस शुरु कराने में सफल हो पाये। इसके लिए सभी डॉक्टरों एवं डायलिसिस प्रशिक्षित कर्मियों को बधाई है,जिनके आपसी समन्वयक एवं बेहतर टीम वर्क बाद मरीजों के हित में डायलिसिस शुरु हुई है। चिकित्सा स्वास्थ्य एंव चिकित्सा शिक्षा मन्त्री का आभार,जिनके लगातार मानिटरिग से डायलिसिस यूनिट शुरू होने मे सफलता मिली।

