पहाड़ों की रानी मसूरी में अंबेडकर चौक पर स्थित भारतीय दलित साहित्य अकादमी ने भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर की 69 वें परिनिर्वाण दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया है. जिसमें मुख्य अतिथि पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल और पूर्व कांग्रेस राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोषी सहित सभी राजनीतिक और सामाजिक संगठनों नें अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई और बाबा साहेब अमर रहे के नारे लगाये गए। इस मौके पर वक्ताओं ने डॉ भीमराव आंबेडकर के रास्ते पर चलने का संकल्प लिया और उन्होंने बताया कि आंबेडकर ने देश को आजाद करने की लड़ाई के साथ-साथ देश में दबे कुचले समाज को समानता का अधिकार दिलाने के लिए भी लड़ाई लड़ी थी. वहीं, संविधान का निर्माण कर देश को नई दिशा दी. और उन्होंने किसी व्यक्ति विशेष या जाति को महत्व नहीं दी, बल्कि सभी लोगों को एक समान अधिकार देने की बात कर संविधान लिखा था. उन्होने कहा कि अंबेडकर के लिखे संविधान को पूरा विश्व मानता है. संविधान लिखते समय सभी वर्गों और समाज के बारे में सोचा और सभी को एक समान अधिकार दिया है. वहीं भारतीय दलित साहित्य अकादमी के अध्यक्ष सुनील सोनकर ने कहा कि आंबेडकर एक समाज के नहीं बल्कि जन-जन के मार्गदर्शक थे. उन्होंने कहा कि अंबेडकर ने संविधान की रचना कर धर्मनिरपेक्ष देश को बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. समाज को संकीर्ण मानसिकता से दूर करना होगा. और समाज को बांटने वाले लोगों से लोगों को सतर्क रहने की अपील भी की। उन्होने कहा कि कुछ लोग शडयंत्र के तहत मसूरी के अम्बेडकर चौक से छेडछाड करने का प्रयास कर रहे है जो बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। इस मौके पर व्यापार मंडल अध्यक्ष रजत अग्रवाल, सतीश ढौंडियाल, कांग्रेस शहर अध्यक्ष अमित गुप्ता, गोदावरी थापली,मीरा सकलानी ,जगजीत कुकरेजा, अरविंद सेमवाल, जसोदा शर्मा, जसबीर कौर,विजय लक्ष्मी कोहली,अरविंद सोनकर,राजीव अग्रवाल,अनिल सिंह अन्नू,आदित्य पडियार,छात्रसंघ अध्यक्ष मोहन शाही, अक्षत रावत,सौरभ सिंह,अभय सेमवाल,आशुतोष जोशी, अनिल जाटव, पवन,मनवीर तोमर,दीपक,मनीष, दीपक वंसवाल सहित कई लोग मौजूद थे।








