गदरपुर । उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड की सीमा पर स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री गुरु हरगोविंद सर नवाब गंज में बंदी छोड़,दीपावली एवं अमावस के अवसर पर 31 अक्टूबर एवं 1 नवंबर को भारी गुरमत समागम आयोजित किए जाएंगे। श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के अखंड पाठ के भोग के उपरांत हजूरी रागी भाई हरजीत सिंह, ढाढ़ी जत्था भाई दीदार सिंह संगतपुर श्री अमृतसर ,कविश्री जत्था भाई दिलबाग सिंह कालेके पंजाब एवं सतनाम सिंह शौकी रुद्रपुर बिलासपुर, कथा वाचक भाई जसवीर सिंह, हरविंदर सिंह एवं नरेंद्र सिंह द्वारा गुर इतिहास एवं हरिजस गायन किया जाएगा दो दिवसीय समागम में शाहजहांपुर के बाबा करम सिंह द्वारा भी सहभागिता करते हुए सेवा कार्य किए जाएंगे । दो दिन लगातार गुरु का लंगर अटूट बांटा जाएगा 31 अक्टूबर एवं 1 नवंबर को प्रातः 10:00 बजे से 3:00 तक तथा 31 अक्टूबर रात्रि 7:00 बजे से 10 बजे तक दीवान सजाए जाएंगे । बाबा कर्म सिंह ने सभी संगत से कार्यक्रम अनुसार सहभागिता करने की अपील की है। गुरुद्वारा श्री गुरु हरगोबिंद सर नवाबगंज पहुंचने के लिए काशीपुर रुद्रपुर रोड पर महतोष होकर तथा बिलासपुर सवार रोड से भी पहुंचा जा सकता है पंजाब, दिल्ली तथा अन्य क्षेत्रों से पहुंचने वाली ट्रेन रूद्रपुर एवं बिलासपुर तक पहुंचती है वहीं दूर दराज की बसों द्वारा भी बिलासपुर, रुद्रपुर एवं गदरपुर पहुंचकर नवाबगंज पहुंचा जा सकता है।