खटीमा पुलिस ने एक युवक को प्लास्टिक के पारदर्शी पन्नी में 1.76 ग्राम अवैध स्मैक व गिरफ्तारी एक अभियुक्त को उ0नि0 संदीप पिलख्वाल मय हमराही का0 666 शहनवाज अंसारी व का0 1187 राजेन्द्र गिरी के साथ चौकी हाजा से बहवाले रपट न0-15 समय 20.25 बजे में अपनी निजी मो0सा0 संख्या-UK-04-Y-4225 तथा का0 शहनवाज और का0 राजेन्द्र गिरी की मोटर साईकिल रजि0सं0-UK06-V-2446 मे रवाना होकर वास्ते तामील एन0बी0डब्ल्यू0, तलाश मो0सा0 चोर व रोकथाम जुर्म जरायम में थाना/चौकी क्षेत्र मे मामूर था। जब हम लोग इस्लामनगर, गोटिया से होते हुए कृष्णा टाकीज के पास रोडवेज स्टेशन होते हुए तिलकनगर कालौनी की ओर जाने के लिय़े प्रेम टाकीज की गली की ओर आ रहे थे, तो प्रेम टाकीज से लगभग 20 मीटर पहले हमें एक युवक संदिग्ध अवस्था में खड़ा दिखा। मेरे द्वारा जैसे ही अपनी मो0साईकिल जैसे ही उसके पास रोकी गयी और हमराही कर्म0गणों द्वारा तुरन्त अपनी मो0साईकिल से उतरकर उसकी ओर जाने लगे, तो वह हमें पुलिस वर्दी में देखकर प्रेम टाकीज की ओर तेज कदमों की ओर चलने लगा। शक होने हम लोगों द्वारा उसे आवाज लगाकर रूकने को कहा, यह युवक नही रूका। हमराही कर्म0गणों द्वारा उसका दौड़कर पीछा किया, तो का0 शहनवाज द्वारा उक्त युवक को प्रेम टाकीज के पास ही पकड़ लिया गया । ग्रे रंग की कमीज व जींस पहने पकड़े गये इस युवक से नाम पता पूछा, तो इसने हमें अपना नाम मौहम्मद उस्मान उम्र 27 वर्ष पुत्र स्व0 मौहम्मद करीम निवासी वार्ड नं0-4,शकील बंजारे के घर के पास, इस्लामनगर, थाना खटीमा जिला ऊधम सिह नगर बताया । भागने का कारण पूछने पर बताया कि साहब, बस ऐसे ही घूम रहा हूँ। संतोषजनक जवाब नही देने पर मुझ उ0नि0 को इस पर कुछ संदेह हुआ और मेरे द्वारा उसकी जामा तलाशी लेने के लिए जैसे ही इसकी ओर बढ़ा, तो इसने अपनी पहनी जींस की जेब में दाहिना हाथ डालकर और निकालकर कुछ फैंकने का प्रयास कर रहा था, तभी मेरे द्वारा इसके हाथ को पकड़ लिया गया, इसके हाथ से एक प्लास्टिक की पारदर्शी पन्नी मिली। उस पारदर्शी पन्नी के बारे में पूछा, तो उसने बताया कि सर, इसमें स्मैक है, जिसे मैं वेस्ट व्यू होटल के सामने पटरी पार बेचने के लिए ले जा रहा था। यह स्मैक में नानकमत्ता के बिसौटा जंगल से किसी एक सरदार से खरीद कर लाय़ा था। उसका नाम पता मुझे नही पता है। मेरे पास स्मैक थी, इसलिए पकड़े जाने के डर से आप लोगों से बचकर क्रमशः SD अपठित SD अपठित SD अपठित राजेन्द्र गिरी भाग रहा था। उससे बरामद पारदर्शी पन्नी में देखा, तो पन्नी के अंदर से मटमैले रंग पाउडर और ढेलेनुमा पदार्थ दिखाई दिया, जिसके बारे में पकडे गये युवक ने बताया गया कि यही स्मैक है । उक्त युवक ने पहले ही अपने पास स्मैक होना बता दिया है, और यह रिकवरी चान्स रिकवरी के अन्तर्गत हुयी है। अतः N.D.P.S. ACT की धारा 50 के तहत दिये गये प्रावधानों को लागू करना समीचीन नही है। मेरे द्वारा इस पकडे गये युवक को बताया कि वह अपनी जामा तलाशी किसी राजपत्रित अधिकारी या मजिस्ट्रेट से लिवा सकता है, तो इस युवक ने कहा कि साहब, मेरे पास जितनी स्मैक थी, वो मैने आपको बरामद करा दी है। मेरे पास अब कुछ नही है। आप पर मुझे पूरा भरोसा है। चाहे तो आप ले सकते है। अब मै और किसी से तलाशी नही लिवाना चाहता हूँ। उक्त सहमति पत्र भी मौके पर तैयार किया गया। उसके बाद भी का0शहनवाज ने इसकी जामा तलाशी ली, तो इसकी जेब से इस युवक का आधार कार्ड मिला, जिसका नम्बर 310356251655 है और इस युवक के नाम का अल्मोड़ा अर्बन को-आपेरेटिव बैंक लिमि0 का ATM Cum RuPay Debit Card मिला है, जिसमें नम्बर 6071880140020633 है। और 20 रूपये का 01 नोट मिला है, जिसे बाद में जामा तलाशी में थाने में जमा किया जायेगा। उक्त के अलावा अन्य कोई भी अवैध वस्तु नही मिली। इसके बाद मुझ उ0नि0 द्वारा अपनी मो0साईकिल की डिग्गी मे रखे इलैक्ट्रानिक पाकेट तराजू को निकालकर बरामदा पन्नी का मय स्मैक के वजन किया, तो वजन 2.43 ग्राम होना पाया तथा स्मैक के खाली पन्नी का वजन किया, तो खाली पन्नी का वजन 0.67 ग्राम होना पाया गया। जिससे इसके पास से कुल शुद्ध स्मैक 1.76 ग्राम बरामद हुई। फिर मेरे द्वारा इस युवक से स्मैक बरामद होने पर इसके जुर्म धारा 8/21 N.D.P.S. ACT से अवगत कराकर समय 22.15 बजे इसे हस्व कायदा हिरासत पुलिस लिया गया। मेरे द्वारा अपनी मो0साईकिल की डिग्गी में से 01 प्लास्टिक के पारदर्शी डिब्बे को निकालकर बरामदा स्मैक को उसी प्लास्टिक की पारदर्शी पन्नी मे रखकर हमराही कर्मचारीगणों की मदद से डाक्टर टेप की सहायता से सील सर्व मोहर कर नमूना मोहर बनाया गया। मौके पर ही वजन स्मैक मैमो/ पहचान मादक पदार्थ मैमो/इन्वेन्ट्री रिपोर्ट/ गिरफ्तारी मैमो तैयार किया गया। दौराने गिरफ्तारी आने जाने वाले लोगों को मकसद बताकर गवाही हेतु अनुरोध किया गया, तो कोई भी व्यक्ति पकड़े गये युवक से रंजिश हो क्रमशः SD अपठित SD अपठित SD अपठित राजेन्द्र गिरी जाने व कोर्ट कचहरी का वास्ता देकर मौके से चले गये। स्थानीय वार्ड मैम्बर को भी गवाही के लिए सम्पर्क किया, तो सम्पर्क नही हो पाया। आसपास स्थित घरों के गेट भी खुलवाने के प्रयास किये, तो किसी के द्वारा देर रात हो जाने के कारण गेट नही खोले। पकड़े गये युवक से बरामदा स्मैक का श्रोत के बारे मे पूछा तो बताया कि साहब, जिस सरदार से मै यह स्मैक लाया हूँ। उसका पूरा नाम पता नही जानता हूँ। पुलिस के डर से अपना नाम पता नही बताते है। इस युवक द्वारा बताया गया कि वह स्मैक के एक मामले में टनकपुर थाने से और सितारगंज से चोरी के मामले में जेल जा चुका हूँ।